Khabib Nurmagomedov Biography In Hindi

Khabib Nurmagomadov(हबीब–नूर–मुहम्मद)( абиб урмагомедов) का नाम आज कौन नही जानता, हबीब UFC world lightweight championship का खिताब बहुत से दिग्गज खिलाड़ियों को हराकर अपने नाम कर चुके है। जब तक वो इस खेल में बने रहे कोई भी धुरंधर खिलाड़ी उन से ये खिताब नही छीन सका। अपराजित हबीब ने किसी भी फाइट में कभी भी मात नही खाई।

उन के कैरियर का रिकॉर्ड 29–0 का एक शानदार रिकॉर्ड है जिसकी ख्वाहिश हर player की होती है। हबीब Mix मार्शल आर्ट के वो खिलाड़ी रहे हैं जो सबसे लंबे समय तक world lightweight championship का खिताब को अपने नाम रखने में कामयाब रहे। Nurmagomadov(नूर मुहम्मद) का नाम ही इतिहास है, उनका title name “THE EAGLE” फैंस के लिए गर्व है उनकी टीम का फख्र उनका undefeated(अपराजित) खेल है। रूस में जन्मे इस खिलाड़ी पर पूरा रूस गर्व महसूस करता है।

कौन हैं हबीब who is khabib?

हबीब का पूरा नाम ” हबीब अब्दुलमन्नान नूर मुहम्मद है” इनका जन्म रूस गड़राज्य के दाजिस्तान में एक मुस्लिम परिवार में 20 नवम्बर 1988 को हुआ था इनके पिता का नाम अब्दुलमन्नान नूर मुहम्मद है। हबीब एक भाई से छोटे और बहन से बड़े हैं। हबीब के बचपन के समय ही इनके पिता अपना पैतृक गांव छोड़कर दूसरे गांव में shift हो गए थे। जहां इनके पिता ने अपने दो मंजिला घर को जिम की शक्ल दी, और वही students को मार्शल आर्ट्स और कुश्ती की ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी थी। ये सब हबीब को बहुत दिलचस्प लगा और और वो भी कुश्ती और जूडो को सीखने में दिलचस्बी लेने लगे।

हबीब के पिता :–

हबीब के पिता अब्दुलमन्नन भी अपने समय के एक सम्मानित एथलीट और रूसी सेना में नामवर रह चुके थे। अपने शुरुआती दिनों में जूडो और सांबो से पहले वो भी कुश्ती लड़ा करते थे। बाद में उन्होंने जूडो और सांबो को की ट्रेनिंग ली। और एक समय ऐसा आया जब वो रूस के दाजिस्तान गणराज्य में सबसे लोकप्रिय कॉम्बैट सैम्बो ट्रेनर बन गए। जूडो और सांबों को mix कर उन्होंने जो कला विकसित की उसी का हबीब इस्तेमाल करते रहे। हबीब के पिता ही उनके सर्वश्रेष्ठ ट्रेनर रहे हैं।

भालू से ट्रेनिंग :–

Khabib Nurmagomedov Biography In Hindi

ग्रेपलिंग सिखाने में उनके पिता ने हबीब के बचपन में ही हबीब की ट्रेनिंग एक भालू से कराई थी, लोग सोचते हैं इसमें अजीब क्या है? तो जान लेते हैं कि रूसी पहाड़ी भालू की ग्रिप दुनिया में सबसे अधिक मजबूत होती है और वो अपने शिकार को तरह तरह से ग्रिप करके और नए दाव पेच लगाकर चित करता है। इससे हबीब को कुश्ती में बहुत मदद मिली। सोशल मीडिया पर हबीब के पिता के द्वारा हबीब को भालू से ट्रेनिंग लेते हुए एक वीडियो वायरल है।

करियर का शुरुआती सर :

Mix martial Art(MMA) में हबीब ने साल 2008 के सितम्बर माह में अपने कैरियर के दौर का आगाज इस अंदाज से किया कि 1 महीने से भी कम वक्त में बिना नुकसान के 4 जीत जीत दर्ज कर लीं। और अगले ही महीने यानी अक्टूबर में हबीब अपने 3 विरोधियों को हराकर उद्घाटन एट्रियम कप टूर्नामेंट के चैंपियन भी बन गए। और भविष्य के 3 साल में एक ऐसे Fighter के रूप में मशहूर हो हुए जिसे कोई नही हरा सकता था।

उन्होंने 11 विरोधियों को हराया था। साल 2011 में हबीब ने proFC में प्रमोशन के लिए हिस्सा लिया जिसमे 7 फाइट लड़नी थी जिसमे हबीब ने सब की सब या तो knock out या submission से जीत ली। रूस के पड़ोसी मुल्क यूक्रेन और रूस के क्षेत्रीय circle में Habib ने 16 में से 16 फाइट जीत का प्रसिद्धि हासिल की। और इसी के बाद उनकी दिलचस्वी UFC(अल्टीमेट फाईटिंग चैंपियनशिप) में लड़ने की तरफ हो गई।

UFC अल्टीमेट फाईटिंग चैंपियनशिप(सर्वश्रेष्ठ लड़ाई प्रतियोगिता)

साल 2011 के आखिर में हबीब द्वारा UFC से 6 फाइट लड़ने का एग्रीमेंट किया गया। और अगले ही साल जनवरी 2012 में UFC FX1 करियर के अपने पहले मैच में हबीब ने ईरान के दिग्गज खिलाड़ी कमाल शालोरस को तीसरे राउंड में submission कर मात दे डाली। इसी साल 7 जुलाई 2012 में ही ग्लीसन टीबो को डिसिसन से हराया, इसके बाद 19 जनवरी 2013 को यूएफसी में एफएक्स 7 पर थियागो तवारेस को शिकस्त दी,हबीब ने इसी साल 25 मई 2013 को यूएफसी 160 में एबेल ट्रुजिलो से फाइट जीती इस लड़ाई में हबीब ने UFC के सर्वाधिक टेकडाउन करने का रिकॉर्ड भी बना डाला।

अपने करियर की 5वीं फाइट में हबीब का सामना हुआ पैट हिली से, जो हबीब के लिए कोई मुश्किल पैदा नहीं कर सके और हबीब से हार गए।इसके बाद हबीब ने गिल्बर्ट मेलेंडेज़ को ललकारा और ये फाइट फरबरी 2014 में होनी थी लेकिन अनजान वजह से हो न सकी। फिर हबीब का सामना पूर्व UFC लाइटवेट चैंपियन राफेल डॉस अंजोस से 19 अप्रैल 2014 को हुआ और डिसीजन से हबीब ये फाइट भी जीत गए। 27 सितंबर 2014 को UFC 178 में डोनाल्ड सेरोन हबीब के नए प्रतिद्वंदी बने लेकिन ये मुकाबला हो न सका।

11 दिसंबर 2015 को द अल्टीमेट फाइटर 22 फिनाले में tony फर्गुसन के साथ मुकाबला भी रद्द हो गया। आखिर फर्गुसन की जगह हबीब को डेरेल हॉचर से लड़ना पड़ा और एकतरफा TKO कर जीत दर्ज की। अगली फाइट टाइटल फाइट थी जो हबीब vs एडी अल्वारेज के बीच होनी थी जो नही हो सकी। इसके बदले हबीब ने अगली बार 12 नवंबर 2016 को UFC 205 में माइकल जॉनसन के साथ मुकाबला किया और अपराजित जीत हासिल की। फिर से अंतरिम लाइटवेट चैम्पियनशिप के लिए 4 मार्च 2017 tony फर्गुसन के साथ तय पाया लेकिन बीमार होने की वजह से फिर से ये मुकाबला टल गया, और 30 दिसंबर 2017 को UFC 219 में हबीब vs एडसन बारबोज़ा की फाइट हुई जो हमेशा की तरह हबीब के नाम रही और इसी के साथ पहला प्रदर्शन ऑफ़ द नाइट बोनस भी अपने नाम किया। अब अगली फाइट UFC World championship के लिए तैयार थी।

UFC lightweight world champion fight:–

हबीब vs इयाक्विंटा

अब तक हबीब अपराजित रहे थे और अंतरिम चैंपियनशिप मुकाबला भी जीत चुके थे। लेकिन ये फाइट विश्व विजेता के लिए होनी थी और चौथी बार भी ये फाइट हबीब vs टोनी के बीच होने का करार हुआ लेकिन इस बार भी टोनी को चोट लगने की वजह से ये फाइट नही हो सकी और फिर ये फाइट हबीब vs  अल इक्विंटा के बीच तय की गई। और वर्ल्ड चैंपियन की ये फाइट भी हबीब द्वारा जीत ली गई। और इसी के साथ हबीब UFC के इतिहास के नए लाइटवेट चैंपियन OF THE WORLD बन गए। 6 अक्टूबर2018 को यूएफसी 229 में हबीब vs कॉनर मैकग्रेगर के लिए अपने–अपने खिताब के बचाव की तैयार शुरू हो गई। जो UFC के इतिहास की सबसे चर्चित फाइट होने वाली थी।

KHABIB VS Mc Gregor सबसे चर्चित और विवादित फाइट।

इस फाइट को अपने खिताब को कायम रखने के लिए खेला जाना था , क्योंकि कॉनर मैकग्रेगर भी पूर्व विजेता रह चुके थे और हबीब नए विश्वचैंपियन बने थे। इसलिए जो भी इस फाइट को जीतता वही वर्ल्ड चैंपियन का खिताब कायम रख सकता था, और हारने वाले का खिताब वापस ले लिया जाता।
इसी बीच कॉर्नर की हबीब के एक टीममेट से कहा सुनी हो गई। जब हबीब अपनी टीम के साथ van में जा रहे थे तो कॉर्नर ने उनकी van पर लगभग 20 लोगो के साथ हमला कर दिया van के शीशे तोड़ दिए और team habeeb के एक साथी को चोट भी आई। कॉर्नर पर charge लगा और मामूली सजा हुई। इसके बाद ये फाइट UFC की दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चित फाइट बन गई।
इसके बाद जैसा की होता आया है फाइट से पहले दोनो प्रतिभागियों की प्रेस कॉन्फ्रेंस कराई गई। जिसमे कॉर्नर ने हबीब, उसके, पिता,धर्म और उसके मुल्क रूस को लेकर काफी विवादित टिप्पणियां की। और हबीब को जानबूझकर शराब परोसने की कोशिश की। कॉर्नर बहुत ज्यादा एग्रेसिव रहे जबकि हबीब शांत रहे। कॉर्नर कोई मामूली फाइटर नही थे, वो दो बार UFC lightweight world champion रह चुके थे,

उनका फाइट का अलग ही अंदाज था इस फाइट से पहले UFC में कॉर्नर का नाम सबसे दिग्गज खिलाड़ियों में लिया जाता था। अक्सर कॉर्नर प्रेस कांफ्रेंस में या कॉमेंट्स में सामने के फाइटर पर नफ्सियाती(मानसिक) हमले करते जिससे फाइटर एग्रेसिव होकर फाइट में गलती करता जिसका फायदा कॉर्नर को किसी न किसी रूप में जरूर मिलता। लेकिन हबीब का अलग ही अंदाज था, वो इस झांसे में आने बाला नही थे।
ये fight UFC के इतिहास में इतनी प्रसिद्ध हो गई कि इसके आयोजन ने 2.5 मिलियन Pay–per–view निवेशकों को अपनी ओर खींचा। जो Mix martial Art के इतिहास में अब तक का सर्वाधिक रिकॉर्ड बन गया था। जो लोग हबीब को नही जानते थे वो भी जानने लगे।ये फाइट सिर्फ हबीब vs कॉर्नर नहीं रह गई थी बल्कि, दाजिस्तान vs ierland और यूरोप vs रूस हो गई थी।
आखिर 6 अक्टूबर2018 का वो दिन भी आया और मुकाबला शुरू हुआ, तीनों राउंड में हबीब बहुत भारी रहे और दोनो ही फाइटर पहली बार 4th राउंड तक पहुंचे थे । और आखिर हबीब ने कॉर्नर को बहुत बुरी तरह पीट कर आखिर में सबमिशन के द्वारा जीत हासिल की। और नया 27–0 का रिकॉर्ड कायम कर दिया।

इसके बाद हबीब की फाइट डस्टिन पोरियर से हुई और वो भी हबीब ने सबमिशन द्वारा आसानी से जीत ली।
इसी बीच corona महामारी के वक्त हबीब के पिता की मृत्यु हो गई और हबीब अंदर से टूट गए, लेकिन उनके पिता के सामने ही उनकी अगली फाइट पर मसौदा तैयार हुआ था,हबीब इस फाइट को भी लड़ना चाहते थे। और पांचवी बार फिर से Tony फर्गुसन के साथ होनी तय हुई परंतु इस बार भी covid 19 की बजह से फ्लाइट कैंसल हुईं और फर्गुसन की जगह डस्टिन घेची आए। ये फाइट भी हबीब ने by submission जीत ली। और cage में ही भावुक होकर अपने पिता की याद में रोने लगे। और साथ ही अपने करियर के अंत की भी घोषणा कर डाली।

MMA को अलविदा(संन्यास)

टोनी फर्गुसन को हराकर हबीब सर्वाधिक 29–0 का रिकॉर्ड बनाने में कामयाब रहे। ये UFC के इतिहास का ऐसा रिकॉर्ड है जो आज तक कोई नही बना पाया। और इसी के साथ ही हबीब ने UFC को अलविदा कह दिया। इसकी bajha बताते हुए हबीब ने कहा था की वो अपने पिता के बगैर यहां नही आना चाहते। और उनकी मां ने भी उनसे वादा लिया है कि वो आगे अब और नहीं लड़ेंगे। एक ऐसे फाइटर ने संन्यास लिया जिसे रिंग में कोई नही हरा सका।

एक मैच तो क्या वो एक सिंगल राउंड भी कभी नही हारे। उनके चहरे पे कभी चोट का निशान नही बना न कभी फाइट के दौरान उनका खून बहा।जबकि वो सामने वाले का नक्शा बिगाड़ दिया करते थे।हबीब को सन्यास के वक्त UFC पुरुषों की Round-per-round रैंकिंग में #1 स्थान दिया गया था। इसके अलावा फाइट मैट्रिक्स ने भी उन्हें #1 प्लेयर के खिताब से नवाजा है।

ट्रेनर और कोच : हबीब के पिता अब्दुलमन्नान उनके हमेशा ट्रेनर रहे हैं इनके अलावा जेवियर मेंडेज भी उनके कोच थे।

रिकॉर्ड Mix Martial Art(MMA)

कुल फाइट 29
जीती 29
हारे 0
नॉकआउट 8
सबमिशन 11
निर्णय 10

 

आजकल कहां हैं हबीब:

हबीब ने अपने नए फाईटिंग क्लब EFC( Eagle Fighting Club) की स्थापना की है। हबीब नूर मुहम्मद आजकल ट्रेनर बने हुए हैं और बहुत से युवाओं को ट्रेनिंग दे रहे है। प्रमोटर का कार्य भी कर रहे हैं। हबीब की पॉपुलैरिटी पूरे विश्व में है। MMA me उन्होंने बहुत से रिकॉर्ड कायम किए। मिश्र(Egypt) के मुस्लिम खिलाड़ी के बाद हबीब की पॉपुलैरिटी मुस्लिम जगत में पूरे विश्व में सर्वाधिक है। हाल ही में उन्होंने अपनी जिम के एक फाइटर को ट्रेनिंग दी जिनका नाम Islam makhachev है और जो अब लाइट वेट के नए विश्व के नए विश्व चैंपियन बन गए हैं।

MMA के इतिहास में हबीब को हमेशा याद रखा जायेगा। उनका 29–0 का रिकॉर्ड अबतक का सबसे शानदार रिकॉर्ड रहा है। Undefeated(अपराजित)सन्यास लेना उनके जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है।

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